भारतीयों को नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम पर विज्ञापन देखने से परहेज नहीं, बशर्ते सस्ता पैकेज मिले

गैजेट डेस्क. क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर ब्राइटकोव की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर तीन में से एक भारतीय को नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर आने वाले विज्ञापनों से कोई समस्या नहीं है बशर्ते उन्हें वेंडर की तरफ से अच्छी डील मिल रही हो। रिपोर्ट के मुताबिक 25% भारतीय कंज्यूमर का कहना है कि वो कंटेंट के साथ विज्ञापन देखने के लिए तैयार है लेकिन इसके बदले उनसे कोई चार्ज न लिया जाए जबकि 14% कंज्यूमर का कहना है कि विज्ञापन फ्री कंटेंट देखने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने को तैयार है वहीं 14% कंज्यूमर ऐसे हैं जिनका कहना है कि उन्हें पैकेज की कीमत को कस्टमाइज करने का विकल्प मिलना चाहिए।यह एक एनुअल एशिया ओटीटी रिसर्च रिपोर्ट है जिसेरिसर्च पार्टनर यूगोव के साथ मिलकर तैयार किया गया। कंपनी का कहना है कि 35% भारतीय कंज्यूमर विज्ञापन दिखाने वाले कम कीमत के पैकेज को चुन सकते हैं जबकि 44% भारतीय विज्ञापन दिखाने वाले कम कीमत के पैकेज को ही प्राथमिकता से चुनेंगे।इसका मतलब 80% भारतीयऐसे हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार है जिसमें कम कीमत में सब्सक्रिप्शन मिलें भले ही उसमें विज्ञापन दिखाएं जाएं। इस सर्वे में एशिया के 9 देशों के 9 हजार कंज्यूमर को शामिल किया गया जबकि सर्वे में एक हजार भारतीय कंज्यूमर शामिल किया गया।ब्राइटकोव की सेल्स डायरेक्टर जान्हवी मोजारिया का कहना है कि रिपोर्ट में सामने आया कि ऑनलाइन टीवी कंटेंट पसंद करने वाले भारतीय कंज्यूमरों को वैल्यू कंटेंट देखना पसंद है फिर चाहे उसके लिए समय या पैसा देना पड़े हालांकि अगर कोई अच्छी डील मिल रही हो तो उन्हें वीडियो के बीच में विज्ञापन देखने से भी कोई परहेज नहीं है।लगभग 60% कंज्यूमर अपनी ऑनलाइन कंटेंट स्ट्रीमिंग सर्विस में भविष्य में दोबारा साइन-अप करना चाहते हैं। भारतीय कंज्यूमर को सब्सक्रिप्शन बदलने में कोई परेशानी नहीं है क्योंकि उनकी प्राथमिकता कंटेंट है जिससे लिए वे अलग-अलग ओटीटी सर्विस की सब्सक्रिप्शन लेते हैं।जब पूछा गया कि वे अपनी ओटीटी सर्विस के लिए कितना शुल्क देना सही समझते हैं, तो 37% कंज्यूमर ने कहा कि 70 रुपए प्रतिमाह, 27% कंज्यूमर का कहना था कि 70 से 270 रुपए प्रतिमाह जबकि 16% लोग इसके लिए 600 रुपए प्रतिमाह तक देने के लिए तैयार है।रिपोर्ट के मुताबिक 22% कंज्यूमर का कहना था कि वो एक ब्रेक के दौरान दो विज्ञापनों को देखना पसंद करेंगे जबकि 13% कंज्यूमर का कहना था कि वो एक ब्रेक के दौरान तीन विज्ञापन को देखने पसंद करेंगे।वर्तमान में भारतीय डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर हॉटस्टार, एएलटी बालाजी, जी5, वूट, बिगफ्लिक्स, सोनी लिव, इरोज नॉउ और ग्लोबल कंपनियां जैसे नेटफ्लिक्स, हुलु और अमेजन प्राइम वीडियो भारत में मौजूद है।भारत में कुल 32 ऑनलाइन कंटेंट और वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म मौजूद है, जो 2023 तक 3 हजार करोड़का मार्केट बना जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Indians Wont Mind Ads on Netflix and Amazon Prime Video if Given Good Deal Report Claims

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