हरà¥à¤Ÿà¥‹à¤—ेनबॉश (हॉलैंड ). à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रिकरà¥à¤µ पà¥à¤°à¥à¤· तीरंदाजी टीम 14 साल के लंबे अंतराल के बाद विशà¥à¤µ चैंपियनशिप के फाइनल में पहà¥à¤‚ची। लेकिन रविवार को सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ में उसे चीन के हाथों 2-6 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। तरà¥à¤£à¤¦à¥€à¤ª राय, अतानॠदास और पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ जाधव ने इस चैंपियनशिप के कà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤°à¤«à¤¾à¤‡à¤¨à¤² में पहà¥à¤‚चने के साथ ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ को अगले साल होने वाले टोकà¥à¤¯à¥‹ ओलमà¥à¤ªà¤¿à¤• खेलों के लिठतीन ओलमà¥à¤ªà¤¿à¤• कोटा सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिला दिठथे और अब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रजत पदक जीता।
14 साल पहले à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टीम 2005 में मैडà¥à¤°à¤¿à¤¡ में हà¥à¤ˆ विशà¥à¤µ चैमà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¤¨à¤¶à¤¿à¤ª के फाइनल तक पहà¥à¤‚ची थी। तब à¤à¥€ उसे रजत पदक मिला था। 2005 की टीम के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में तरà¥à¤£à¤¦à¥€à¤ª राय, जयंत तालà¥à¤•à¤¦à¤¾à¤°, रॉबिन हंसदा और गौतम सिंह शामिल थे । तरà¥à¤£à¤¦à¥€à¤ª 14 साल के बाद विशà¥à¤µ चैंपियनशिप में रजत जीतने वाली à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टीम में à¤à¥€ शामिल रहे।
हॉलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ तिकड़ी ने कनाडा को 5-3 से हराकर कà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤° फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद कà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤Ÿà¤° फाइनल में चीनी ताइपे को 6-0 से हराकर और सेमीफाइनल में मेजबान हॉलैंड को शूटऑफ में 5-4 से पराजित कर सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ पदक मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ में सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बनाया था लेकिन फाइनल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टीम चीन की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ से पार नहीं पा सकी।