नई दिलà¥à¤²à¥€ (धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾).इस सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ 21-22 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को पà¥à¤·à¥à¤¯ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° और दीपावली शà¥à¤°à¥‚ होने के कारण खरीददारी अपने चरम पर होगी। दीपावली के परà¥à¤µ पर जà¥à¤µà¥ˆà¤²à¤°à¥€, कपड़े, लाइटिंग, मिठाई, पटाखा, रियल à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ, गिफà¥à¤Ÿ, बरà¥à¤¤à¤¨, ऑटोआदि सà¤à¥€ सेकà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸ में डिमांड बढ़ने की शà¥à¤°à¥‚आत हो चà¥à¤•à¥€ है।
कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया टà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤°à¥à¤¸ (कैट) के महासचिव पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ खंडेलवाल कहते हैं कि देश में हर वरà¥à¤· करीब 45 लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤ का कारोबार होता है। दशहरे से दीपावली तक (दिवाली सीजन) के 20 दिन में पांच से छह लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤ का कारोबार हो जाने का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है। वे कहते हैं कि अà¤à¥€ तक पिछले वरà¥à¤· की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में कारोबार कम हà¥à¤† है, लेकिन आज से दीपावली की खरीदारी तेजी से बà¥à¥‡à¤—ी। हम बेहतर कारोबार के लिठआशानà¥à¤µà¤¿à¤¤ हैं।
वहींं देश के सबसे बड़े गोलà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿà¤° राजेश मेहता के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दीपावली के दौरान कम से कम 37 टन सोने के सिकà¥à¤•à¥‡ और जेवर बिकने का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है। कà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤¾à¤ˆ के नेशनल चेयरमैन जकà¥à¤·à¤¯ शाह ने बताया कि अकà¥à¤·à¤¯ तृतीया और दीपावली à¤à¤• साथ होने से मकानों की इंकà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤°à¥€ बीते वरà¥à¤· की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में दोगà¥à¤¨à¥€ हो गई है। बीते वरà¥à¤· से 25-30 फीसदी अधिक सौदे होने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है। बड़े शहरों में à¤à¤• से 1.5 करोड़ रà¥à¤ªà¤ तक के फà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿ-मकान जबकि छोटे शहरों में 30 से 60 लाख रà¥à¤ªà¤ के फà¥à¤²à¥ˆà¤Ÿ-मकान की डिमांड सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• है। वहीं टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° इंडिया ने à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° को बताया कि पिछले वरà¥à¤· से ही सबसे अधिक खरीददारी फैशन और गैजेट कैटेगरी में हो रही है। हर चार में से à¤à¤• गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• बड़ी खरीदारी कर रहा है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में शॉपिंग करने वालों में सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• 52 फीसदी लोग कपड़े, बैग और जूते खरीद रहे हैं।
तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° के 5 पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आकरà¥à¤·à¤£ से समà¤à¥‡à¤‚ कैसी रहेगी दिवाली
सोना: 14 हजार करोड़ रà¥. के गहने-सिकà¥à¤•à¥‡ बिक सकते हैं
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे बड़े गोलà¥à¤¡ जà¥à¤µà¥ˆà¤²à¤°à¥à¤¸ राजेश à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿà¥à¤¸ के à¤à¤®à¤¡à¥€ राजेश मेहता बताते हैं कि सोने के रेट बà¥à¤¨à¥‡ के बावजूद देश में दीपावली के दौरान करीब सात से नौ टन सोने के सिकà¥à¤•à¥‡ और 30 टन जà¥à¤µà¥ˆà¤²à¤°à¥€ बिकने का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है। यानी करीब 14 से 15 हजार करोड़ का बिजनेस होगा। वहीं वरà¥à¤²à¥à¤¡ गोलà¥à¤¡ काउंसिल के à¤à¤®à¤¡à¥€ सोमसà¥à¤‚दरम पीआर ने कहा कि जà¥à¤µà¥ˆà¤²à¤°à¥€ के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में लोग सोने के सिकà¥à¤•à¥‡ खरीदने को पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ दे रहे हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚किकनà¥à¤µà¤°à¥à¤œà¤¨ चारà¥à¤œ कम है। साेमसà¥à¤‚दरम के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सोने के सिकà¥à¤•à¥‹à¤‚ की सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• बिकà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤¯ नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° और धनतेरस पर होती है। कम वजन वाली जà¥à¤µà¥ˆà¤²à¤°à¥€ जैसे अंगूठी, कान के गहने, मंगलसूतà¥à¤° आदि की मांग सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है।
कपड़ा: 30 से 40 फीसदी बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड कपड़ों की बिकà¥à¤°à¥€
कà¥à¤²à¥‰à¤¥à¤¿à¤‚ग मैनà¥à¤¯à¥‚फेकà¥à¤šà¤°à¤°à¥à¤¸ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ ऑफ इंडिया के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राहà¥à¤² मेहता ने बताया कि दीपावली का बोनस मिलने और तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° करीब आने से अब खरीदारी तेज हो जाà¤à¤—ी। मेहता कहते हैं कि कà¥à¤² कपड़ों की बिकà¥à¤°à¥€ में 90 फीसदी हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ रेडीमेड की होती है। जिनमें 30-40 फीसदी बिकà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड की जबकि बाकी लेबलà¥à¤¡ कपड़ों की रहती है। मेहता के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• देश में करीब 6 से 6.5 लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤ का कपड़े का मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ है। ऑनलाइन में à¤à¤¾à¤°à¥€ डिसà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤‚ट के बावजूद दीपावली के माैके पर 12 से 14 फीसदी बिकà¥à¤°à¥€ हो सकती है। यानी करीब 70 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ से अधिक की बिकà¥à¤°à¥€ होगी। दीपावली पर पारंपरिक परिधानों की डिमांड बॠजाती है।
रोशनी:10-15% बà¥à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ लाइटिंग की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€
देश के सबसे बड़े रोशनी के मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ à¤à¤¾à¤—ीरथ पैलेस बाजार में देशà¤à¤° से लाइटिंग के ऑरà¥à¤¡à¤° à¤à¥‡à¤œà¥‡ जा रहे हैं। दिलà¥à¤²à¥€ इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤•à¤² टà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤°à¥à¤¸ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤°à¤¤ अहूजा ने बताया कि दीपावली पर लाइटिंग सामान जैसे लड़ी-à¤à¤¾à¤²à¤°, दीये, बलà¥à¤¬, à¤à¤²à¤ˆà¤¡à¥€ और à¤à¤—वान की रोशनी वाली मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की मांग है। इस बार पूरी तरह से चीन के आयात पर टिके इस बाजार में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ लाइटिंग की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ 10 से 15 फीसदी बà¥à¥€ है। कारोबारी पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° राणा कहते हैं कि 35 मीटर की à¤à¤• à¤à¤¾à¤²à¤° की कीमत 200 से 220 रà¥., 25 मीटर वाली à¤à¤²à¤ˆà¤¡à¥€ à¤à¤¾à¤²à¤° की कीमत 600 से 900 रà¥à¤ªà¤ है। लाइटिंग वाली मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ 300 रà¥à¤ªà¤ से लेकर 600 रà¥à¤ªà¤ तक बिक रही हैं। देश में रोशनी का बाजार करीब चार से पांच हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ होने का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है।
मिठाई: 20 से 30 फीसदी की बिकà¥à¤°à¥€ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥€ मौके पर
बीकानो बà¥à¤°à¤¾à¤‚ड की कंपनी बीकानेरवाला फूडà¥à¤¸ के à¤à¤®à¤¡à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤® सà¥à¤‚दर अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• काजू बरà¥à¤«à¥€, बेसन बरà¥à¤«à¥€, गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जामà¥à¤¨, रसगà¥à¤²à¥à¤²à¤¾, लडà¥â€Œà¤¡à¥‚ आदि की डिमांड जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है। इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ चैंबर à¤à¤¸à¥‹à¤šà¥ˆà¤® के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• वरà¥à¤· 2017 तक देश में मिठाई का बाजार 65 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ से अधिक का था। यह 10 से 12 फीसदी की रफà¥à¤¤à¤¾à¤° से बॠरहा है। अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² कहते हैं कि मिठाई कारोबार में 75 से 80% से अधिक हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ असंगठित कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की है। 20 से 30% बिकà¥à¤°à¥€ दीपावली पर होती है। वहीं à¤à¤• अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• देश में 13 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ का चॉकलेट का कारोबार है।
पटाखे: कम आवाज वाले व गà¥à¤°à¥€à¤¨ पटाखों की मांग बà¥à¥€
ऑल इंडिया फायरवरà¥à¤•à¥à¤¸ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और देश के पटाखा केंदà¥à¤° शिवाकाशी के कारोबारी तमिल सेलवन कहते हैं सरकार और कोरà¥à¤Ÿ की सखà¥à¤¤à¥€ के कारण कम आवाज वाले और गà¥à¤°à¥€à¤¨ पटाखों की मांग बॠगई है। लेकिन मांग की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में यह कम बनाठजा रहे हैं। दीपावली के लिठयहां पटाखे जनवरी से ही बनना शà¥à¤°à¥‚ हो जाते हैं। सेलवन कहते हैं कि हमारी 70% बिकà¥à¤°à¥€ दशहरा-दीपवाली पर हो जाती है। अकेले शिवाकाशी में ही करीब 1070 रजिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡ कंपनियां हैं। शिवाकाशी से ही करीब छह हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ का कारोबार इस बार होने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है।